कहानी वैसे आगे भी है लेकिन मेरी परिचर्चा का विषय कुछ और है
राजा परीक्षित ने जिस तरह कलयुग को पूरी पृथ्वी पर साम्राज्य बनाए से रोक दिया इस कारन से आज के इस युग मै भी लोगो के बीच से आस्था ,श्रद्धा ,विश्वास ख़तम नहीं हुआ । शायद ये भी एक कारण हो सकता है नस्त्रदामस और मायअन अभी तक गलत साबित हुए । परन्तु आप इस पर ध्यान दीजिये -
१. दारू और धुम्रपान करने वालो का समाजिक दायरा बहुत बड़ा होता है।७०% से ज्यादा अपराध इसी के सानिध्य मै होते है ।
२. हिंसा से बहुत हद तक सरे कम किये जासकते है
३. किसी भी देश की आर्थिक स्तिथि उसके पास जमा सोने से होती है
४. "सोना सगा सिर्फ सुनार का " पुराणी कहावत है परन्तु फिर भी लोग सोने की चमक के आगे चुन्धियाजाते है ।
५. विवाहेतर "extra marital " सम्बन्धो की भरमार है उसका कारण चाहे जो भी हो ।
६.सरे काले धन की वजह उन्ही चारो मै से होती है । रजोगुण का मतलब होता है इर्षा, दुएष इत्यादि ।
शायद ये ही कारण है के आज जिसके पास पैसा है वो ही सिकंदर है, लॉस वेगास औए सिंगापूर के casinos के बारे मै भूल ही गया ।
खैर दुनिया मै बहुत बुरा है -- बहुत कुछ अनिमियित है फिर भी आपको ऐसे दोस्त मिल्जाते है जो आपके सुख दुःख मै हमेशा साथ होँगे और सदैव अपना आशीर्वाद और प्यार देने वाले आपके माता पिता । किसी न किसी रूप मै भगवान् आपको अपने होने का एसास करता रहेगा ।
और जब तक हमे उस सर्वशक्तिमान का आभास रहेगा, हम कर्म,प्रेम,सद्भाव,सेवा,त्याग और आराधना से मिलाप करते रहेंगे और तब तक कलयुग पूरी तरह से धरती पर राज्य नहीं कर पायेगा । और महाप्रलय या doomsday तब तक थो नहीं आ पायेगा ।